लेनोवो ने MWC 2024 इवेंट में दुनिया का पहला ट्रांसपेरेन्ट लैपटॉप पेश किया है। इस लैपटॉप का नाम ‘थिंकबुक ट्रांसपेरेन्ट’ है और यह बॉर्डरलेस स्क्रीन के साथ आता है, जिसमें पिक्सल को ब्लैक कलर में सेट करने पर 55% तक ट्रांसपेरेन्सी होती है, हालांकि पिक्सल के बढ़ने पर डिस्प्ले कम ट्रांसपेरंट हो जाता है। द वर्ज के अनुसार, पेश किए गए कॉन्सेप्ट लैपटॉप में 1,000 निट्स की मैक्स-ब्राइटनेस और 720p रेज्योलुशन की डिस्प्ले है।
लेनोवो थिंकपैड ट्रांसपेरेंट में AMOLED पैनल नहीं है, बल्कि इसके बजाय एक माइक्रो LED डिस्प्ले दिया गया है। माइक्रो LED डिस्प्ले को इसके OLED ऑप्शन की तुलना में बेहतर सैचुरेशन, ट्रांसपेरेन्सी, ब्राइटनेस और इमेज क्वालिटी प्रदान करने के लिए माना जाता है। फिलहाल, लेनेवो ने इसके हार्डवेयर से जुड़ी जानकारी नहीं दी है, लेकिन ये जरूर मालूम हुआ है कि लेनावो का ये लैपटॉप विंडोज़ 11 ओएस पर काम करेगा।
ट्रांसपेरेंट डिस्प्ले के अलावा, लेनोवो के कॉन्सेप्ट वीडियो में एक फ्लैट टच कीबोर्ड भी दिखाया गया है, जो असली कीबोर्ड के बजाय एक प्रोजेक्शन है, और जब आप पेन को थिंकबुक के करीब लाते हैं तो कीबोर्ड गायब होने लगता है। लेनेवो का कहना है कि ट्रांसपेरेन्ट लैपटॉप स्केच बनाते समय आर्टिस्ट और आर्किटेक्ट के बहुत काम आएगा।
पिछले साल 2023 में पेश किए गए रोलेबल लैपटॉप की तरह, लेटेस्ट ट्रांसपेरेंट लैपटॉप भी कॉन्सेप्ट का उदाहरण है, लेकिन लेनोवो के थिंकपैड पोर्टफोलियो के कार्यकारी निदेशक, टॉम बटलर ने द वर्ज को बताया है कि लेनावो को इस टेक्नालजी पर ‘बहुत ज़्यादा विश्वास’ है। ज्यादा से ज्यादा पांच सालों में यह लैपटॉप लॉंच हो जाएगा।
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